HomeCrimeरिश्ते का कत्ल:—ध्यानपुर के जगीर हत्याकांड का खुलासा, पुत्र-बहु, पुत्र के साला-साली...

रिश्ते का कत्ल:—ध्यानपुर के जगीर हत्याकांड का खुलासा, पुत्र-बहु, पुत्र के साला-साली समेत आधा दर्जन गिरफ्तार

संपति को लेकर चल रही रंजिश में प्रधान व अन्य को फंसाने के लिए दिया था वारदात को अंजाम

सितारगंज। पुलिस व एसओजी ने नानकमत्ता के ग्राम ध्यानपुर में हुये जगीर सिंह हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। जिसमें घटना की सूत्रधार व मृतक के पुत्र समेत छह को गिरफ्तार किया गया हैं। हत्या में प्रयुक्त बंदूक व खोखे समेत एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया हैं। इस वारदात को रंजिशन ग्राम प्रधान व अन्य को फंसाने के लिए अंजाम दिया गया था।
ग्राम ध्यानपुर में 9 नवंबर की रात को जगीर सिंह पुत्र स्व.गुरदत्त सिंह निवासी बनगवा, खटीमा को गोली मार दी गई थी। उसे नानकमत्ता के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार घटना की सूचना देते हुये लविन्दर कौर ने कहा था कि उसके अंकल को गोली मार दी गई है। पुलिस के मौके पर पहुंचने पर लविन्दर व रजविन्दर कौर ने मौखिक रूप से बताया कि ग्राम प्रधान ध्यानपुर समर सिंह पुत्र जरनैल सिंह, बलविन्दर सिंह पुत्र जरनैल सिंह, लखविन्दर सिंह उर्फ लक्खी पुत्र प्रीतम सिंह, द्वारिका प्रसाद पुत्र बाधोराम सुंदर सिंह पुत्र बसीर सिंह, जितेन्द्र पुत्र बसीर व धर्मेन्द्र पुत्र बसीर ने उनके घर पर आकर सो रहे जगीर को गोली मारी। बताया गया कि आरोपी पुराने जमीनी विवाद के चलते उनसे रंजिश रखते हैं। इस पर पुलिस ने तत्काल कार्यवाही शुरू की तो सभी आरोपी घरों पर सोते मिले। मामला संदिग्ध देख पुलिस टीम का गठन कर मुखबिरों को सक्रिय किया गया। इधर मृतक की बहू रजविंदर की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
पुलिस ने मामले में गहन जांच की तो सर्विलांस की मदद से संदिग्ध जसवंत सिंह पुत्र प्रीतम सिंह निवासी जीतगौड़ी, नानकमत्ता का नाम सामने आया। उसे पूछताछ के लिए थाने लाया गया। उसने पूछताछ में सारा राज उगल दिया। उसने पुलिस को बताया कि इस मामले में मृतक जगीर का पुत्र कुलवंत सिंह, उसकी पत्नी रजविंदर कौर, साली लविन्दर सिंह, सास गुरदीप कौर व साला सूरज भी लिप्त हैं। जसवंत ने पुलिस को बताया कि इन्होंने उसे जगीर को मारने की 50 हजार की सुपारी तय की थी। जिसमें से 15 हजार रुपये एडवांस दिये थे। साथ ही पोनिया बंदूक भी दी थी। कहा गया था कि जगीर को मारकर इसका आरोप प्रधान समर सिंह व अन्य पर मढ़ दिया जायेगा। बताया गया कि घटना के लिए लविन्दर व रजविन्दर ने जगीर व जसवंत को शराब पिलाई। इसके बाद जसवंत ने जगीर को गोली मार दी। इस मामले में लविन्दर आपराधिक षड्यंत्र की लीडर बनकर सामने आई। पुलिस ने लविन्दर आदि की निशानदेही पर उसके घर से पोनिया बंदूक दो खोखे, एक जिंदा कारतूस व 15 हजार रुपये बरामद ​कर लिए। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर मुकदमे में धारा 34/120बी, 3/25 शस्त्र अधिनियम की बढ़ोत्तरी की। बताया जाता है कि लविन्दर व प्रधान के बीच मुकदमेबाजी भी चल रही थी। मामले का खुलासा करने वाली टीम में सीओ खटीमा मनोज कुमार ठाकुर, एसओ नानकमत्ता केसी आर्य, एसओजी प्रभारी कमलेश भट्ट, उप निरीक्षक जावेद मलिक, सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, ललित बिष्ट, मंजू पवार, कांस्टेबल बोविन्दर कुमार, दिनेश कार्की, नरेन्द्र रौतेला, लोकेश तिवारी, गोविन्द प्रसाद, बीना कोहली, ज्योति शर्मा, सुरेन्द्र सिंह, भूपेन्द्र आर्या, गणेश पाण्डे, राजेन्द्र सिंह, सुरेश कुमार, देवेन्द्र प्रसाद शामिल रहे।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Prati Saptah

Most Popular

Recent Comments

error: