नानकमत्ता। यहां रनसाली जंलग से सटे ग्राम सरौंजा में घर के बाहर सो रहे बालक पर तेंदुए ने हमला कर दिया। उसके चीखने पर बगल में सो रही उसकी मां ने उसे तेंदुए के जबड़े से छुड़ाया। इस पर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। घायल बच्चे को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में लाया गया। रनसाली रेंज के राजि अधिकारी प्रदीप धोलाखंडी ने बताया कि सरौंजा में दस वर्षीय बलजीत सिंह पुत्र हजारा सिंह मां के साथ घर के आंगन में सो रहा था। देर रात घात लगाए तेंदुए ने बलजीत पर हमला कर दिया। बच्चे के चिल्लाने पर बगल में सो रही मां ने सतर्कता से बच्चे को तेंदुए के चंगुल से छुड़ा लिया। शोर-शराबा होने से तेंदुआ खेतों की ओर भाग गया। बाद में वन कर्मी घायल को सरकारी अस्पताल लाये। बच्चे के सिर व पीठ पर खरोंच के निशान हैं। रेंजर ने बताया कि घायल को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। मामले की सूचना पर नानकमत्ता के पूर्व विधायक डा. प्रेम सिंह राणा ने घायल के घर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। इधर वन विभाग ने तेंदुए और बाघ के हमले रोकने के लिए वन क्षेत्रों की तीन रेंज के संवेदनशील क्षेत्रों में सोलर फेंसिंग की व्यवस्था की है। सोलर फेंसिंग के जरिए ग्रामीण हिंसक जानवरों के हमलों से सुरक्षित रहेंगे। बताया गया कि सोलर फेंसिंग के संपर्क में आने पर वन्यजीवों को 12 बोल्ट का करंट महसूस होगा। इस वजह से वन्यजीवों में दहशत बनी रहेगी और वन्य जीव आबादी की तरफ मूवमेंट नहीं करेंगे।
नानकमत्ता के ग्राम सरौंजा में तेंदुए ने किया बालक पर हमला, मां ने साहस दिखाकर चंगुल से छुड़ाया
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