सितारगंज। क्षेत्र में छठ पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। सायं अस्त होते हुये सूर्य को अर्घ्य दिया गया। कल सुबह भी सूर्य देवता को अर्घ्य दिया जायेगा। शक्तिफार्म क्षेत्र में भी कई स्थानों पर तिलियापुर, आनंदनगर, खैर भट्टी, बसगर, सुन्दर नगर, शक्तिफार्म बाजार आदि में पूर्वांचल के लोगों ने लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की शुरुआत 28 अक्टूबर से की। कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से यह व्रत शुरू होता है। जो अगले चार दिन यानी कार्तिक माह की सप्तमी तक चलता है। छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय होता है। 29 अक्टूबर 2022 को खरना हुआ। इस दिन महिलाएं शाम को प्रसाद के तौर पर खीर खाती हैं और फिर अगले 36 घंटे तक निर्जला उपवास रखती हैं। छठ पूजा के चौथे दिन उदीयमान सूर्य के अर्घ्य देने के बाद ही श्रद्धालुओं व्रत का पारण करते हैं। इस मौके पर छठ पूजा का त्योहार बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के कई हिस्सों में मनाया जाता है। यह पर्व उत्तराखंड में भी बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। आज सायं सूर्यास्त के समय सूर्य को अर्घ्य दिया गया। 31 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने का समय प्रात: 6 बजकर 32 मिनट पर है। सूर्य को अर्घ्य देकर अपनी संतान की सुख शांति के लिए कामना की जाती हैं। इस मौके पर सुमिंदर यादव, सुशील कुमार, शिवा, अमित, राहुल सिंह, राजू सिंह, सिरजावती देवी, इंद्रा देवी, उमरावती देवी, उषा देवी, आशा देवी, लीला देवी, रेखा देवी, चंद्रावती देवी, लक्ष्मी देवी, ममता देवी, गीता देवी, काजल देवी, बिमलावती देवी, मन्नू कांत, इंदु देवी, रमुनी देवी, जानकी देवी, सीता देवी, संगीता देवी, गायत्री देवी, प्रेमा देवी, सुनीता देवी, मंजू देवी, किरन, अनिता देवी, रविनंदनी, मीना, कंचन, सीमा सिंह, शांति देवी, कस्तूरी देवी आदि मौजूद थे।
सितारगंज:—छठ पर्व पर सूर्यास्त के समय सूर्यदेव को दिया गया अर्घ्य, कल उगते सूरज को अर्घ्य दिया जायेगा
RELATED ARTICLES