सितारगंज। किच्छा रोड स्थित ढाबे पर जान से मारने के नियत से की गई अंधाधुंध फायरिंग के मुख्य आरोपी 25 हजार के इनामी बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद किया गया है। कोतवाली में एसपी सिटी एम के कत्याल ने बताया कि 30 सितंबर को दहड़ा निवासी सत्येंद्र सिंह व उसके साथी मोहर सिंह पर किच्छा रोड स्थित एक ढाबे पर जान से मारने की नीयत से अंधाधुंध फायरिंग की गई थी। मोहर सिंह एवं ढाबे में बैठे अन्य लोगों को फायरिंग के दौरार छर्रे लगे थे। इस मामले में सत्येंद्र ने कोतवाली में सरबजीत सिंह विर्क व अन्य के विरुद्ध जानलेवा हमले का मुकदमा पंजीकृत कराया था। पुलिस की विवेचना में सतविंदर सिंह उर्फ सोनू पुत्र गुरबचन सिंह निवासी ग्राम कनेठी बहेड़ी, चंचल सिंह उर्फ सोनू गंजा पुत्र राज सिंह निवासी मकरोई बहेड़ी व हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पुत्र निर्मल सिंह निवासी देवीपुरा, खेमपुर बिलासपुर, उत्तर प्रदेश, के नाम भी प्रकाश में आये थे। बदमाशों द्वारा सार्वजनिक एवं भीड़भाड़ वाले स्थान पर बेखौफ होकर अंधाधुंध फायरिंग कर दहशत का माहौल पैदा करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तारी के लिए टीमेें गठित की। टीम द्वारा नामजद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबीशें दी जा रही थी। लेकिन अभियुक्त लगातार फरार चल रहा था। इस पर सरबजीत सिंह पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार की इनामी राशि घोषित की। गिरफ्तारी के लिए गठित टीम ने इनामी बदमाश सर्वजीत को चीकाघाट पुल के पास से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर लिया। गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र सिंह बृजवाल, वरिष्ठ उप निरीक्षक हरविंदर कुमार, उप निरीक्षक विक्रम सिंह धामी, कांस्टेबल बलवंत सिंह, तरुण चौधरी, अशोक बोरा व चंद्र प्रकाश शामिल थे।
सितारगंज:—25 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, जानलेवा हमले में प्रयुक्त तमंचा बरामद
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