सितारगंज। समग्र शिक्षा के अन्तर्गत चल रहे बीआरसी व सीआरसी में प्रवक्ता संवर्ग के शिक्षकों को ही रिसोर्स पर्सन के रूप में नियुक्ति की सुगबुगाहट से प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक भड़क उठे हैं। उन्होंने पूर्व की भांति ही प्रारंभिक शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर तैनात करने की मांग की हैं। चेतावनी दी गई है कि मांग न माने जाने पर उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ 20 मई से ब्लाक, जनपद व प्रदेश स्तर पर चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगा। जिसके तहत धरना व क्रमिक अनशन कर आंदोलन को व्यापक रूप दिया जायेगा।
इसी को लेकर उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की शाखा सितारगंज के ब्लाक अध्यक्ष दिनेश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि वर्तमान में समग्र शिक्षा के अन्तर्गत प्रदेश के विकास खंडों व संकुल संसाधन केन्द्रों में ब्लाक रिसोर्स पर्सन एवं क्लस्टर रिसोर्स पर्सन की नियुक्ति प्रक्रिया गतिमान हैं। वक्ताओं का कहना था कि विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि उक्त पदों पर मात्र प्रवक्ता संवर्ग के शिक्षकों को ही प्रतिनियुक्ति प्रदान करने की व्यवस्था की जा रही हैं। इसे प्रदेश में विद्यालयी शिक्षा के अन्तर्गत कार्यरत प्रारम्भिक शिक्षकों के सबसे बड़े वर्ग को समग्र शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यक्रम में उनकी प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष सहभागिता व उनके सेवा के अन्तर्गत प्राप्त अवसरों से वंचित करने की प्रक्रिया करार दिया गया। कहा गया कि चूंकि प्रदेश के प्रत्येक विकासखण्ड में लगभग प्रति विकासखंड 200 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं, जबकि हाईस्कूल व इण्टर कालेजों की संख्या मात्र 15 से 20 ही हैं। इसलिए अधिसंख्य संचालित प्रारम्भिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की समग्र शिक्षा जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम में सहभागिता को शून्य करने से धरातल पर कार्यक्रम की सफलता पर भी प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक है। वक्ताओं का यह भी कहना था कि समग्र शिक्षा जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम से अधिसंख्य लाभान्वित होने वाले प्रारम्भिक शिक्षा के छात्र तथा शिक्षकों के गुणवत्ता संवर्धन के लिए ब्लाक/क्लस्टर रिसोर्स पर्सन की नियुक्ति किया जाना मुख्य उद्देश्य हैं, लेकिन राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा निहित प्रावधानों के अन्तर्गत प्रारम्भिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए किसी भी बीएड प्रशिक्षु को एक वर्ष का प्रारम्भिक शिक्षण हेतु अतिरिक्त प्रशिक्षण (विशिष्ट बीटीसी) लेना अनिवार्य है। तभी वह गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रदान करने में सक्षम होगा। इसके बावजूद वर्तमान रिसोर्स पर्सन नियुक्ति प्रक्रिया में उक्त प्रावधानों की अनदेखी करते हुए मात्र बीएड प्रशिक्षण योग्यताधारी प्रवक्ताओं की नियुक्ति की जा रही हैं। चूंकि प्रवक्ता संवर्ग के शिक्षकों को प्रारम्भिक शिक्षा में कक्षा शिक्षण व छात्र-छात्राओं के गुणवत्ता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण का कोई अनुभव न होने के कारण गुणवत्ता संवर्धन हेतु संचालित कार्यक्रम के वास्तविक लाभ से सम्पूर्ण प्रारम्भिक शिक्षा वंचित हो जाएगी। बैठक में वरिष्ठ शिक्षक नेता सुरेश उप्रेती ने कहा कि समग्र शिक्षा के अन्तर्गत शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन हेतु ब्लाक एवं क्लस्टर स्तर पर रिसोर्स पर्सन को प्रतिनियुक्ति के आधार पर नियुक्ति की प्रक्रिया में प्रदेश के सबसे बड़े संवर्ग के प्रारम्भिक शिक्षकों को इस प्रतिनियुक्ति प्रक्रिया से वंचित करने का षड्यंत्र रचा जा रहा हैं। जिसे विफल करने के लिए शिक्षक संघ प्रदेश के मेजबान जनपद देहरादून के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में विभागीय मंत्री, विभागीय अधिकारियों, शासन, प्रशासन के समक्ष विरोध पत्र प्रस्तुत करेगा। इसके बाद 20 जून से ब्लाक, जनपद एवं प्रदेश स्तर पर धरना, क्रमिक अनशन आदि के रूप में चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जायेगा। बैठक में ब्लाक मंत्री जयंत मण्डल, ओमकार सिंह, करुणेश जोशी, तापस मिस्त्री, हृदयेश चौहान, राजेंद्र कार्की, राजेश कुमार, उदय चौहान, नरेश सिंह, अनुकूल मण्डल, सुनील कुमार आदि उपस्थित थे।
आक्रोश:—बीआरसी व सीआरसी में प्रवक्ता संवर्ग के शिक्षकों को रिसोर्स पर्सन के रूप में नियुक्ति की सुगबुगाहट से भड़के प्राथमिक शिक्षक
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