सितारगंज। रेल जन संघर्ष समिति ने कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को सौंपे ज्ञापन में लालकुआं—शक्तिफार्म—जेल कैम्प से सितारगंज होते हुये नानकमत्ता व खटीमा तक की रेल परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही को आगे बढ़वाले की मांग की है। गन्ना विकास, चीनी उद्योग व पशुपालन मंत्री बहुगुणा को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि पूर्व में यह परियोजना किच्छा—खटीमा रेल परियोजना के रूप में स्वीकृत हुई थी। लेकिन राज्य सरकार द्वारा परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण न किये जाने से काम नहीं हो सका। अब इस परियोजना को लालकुआं—शक्तिफार्म—जेल कैम्प—सितारगंज—नानकमत्ता—खटीमा रेल परियोजना कर दिया गया है। इसका सर्वेक्षण भी पूर्वोत्तर रेलवे ने नये एलाइनमेन्ट के तहत कर लिया है। इस परियोजना की कुल लागत 1389.76 करोड़ आंकी गई है। इस परियोजना के लिए राज्य सरकार से भूमि की मांग की गई है। रेल प्रशासन ने इस संबंध में जिलाधिकारी उधमसिंह नगर व प्रमुख सचिव उत्तराखंड को तीन पत्र भेजे है। कहा गया है कि सौरभ ने इस संबंध में वर्ष 2019 में विधानसभा में प्रश्न भी उठाया था। इसके बाद भी भूमि अधिग्रहण का कार्य धरातल पर नहीं उतर पाया। ज्ञापन में कहा गया है कि इस परियोजना से टनकपुर में पूर्णागिरी धाम, नानकमत्ता गुरूद्वारा व औद्योगिक पार्क में आने जाने वालों को सुविधा होगी। मांग की गई कि रेलवे को भूमि आवंटन के लिए अपने स्तर से समुचित प्रयास किये जायें। ज्ञापन सौंपने वालों में समिति के संयोजक दिगंबर सती, संरक्षक श्याम सुंदर श्रीवास्तव, रामप्रताप, गौरव भारद्वाज, अबरार अहमद, बाबू मियां, सरस्वती देवी, बसंती देवी, पुष्पा सिंह, अमित कुमार, स्वीटी मिश्रा, प्रशांत, रोहित सिंह, धर्मेन्द्र, लक्ष्मण आदि शामिल थे।
लालकुआं—नानकमत्ता—खटीमा रेल परियोजना को भूमि आवंटन की मांग, रेल जन संघर्ष समिति ने बहुगुणा को सौंपा ज्ञापन
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